कौनसे रंग का चश्मा पहना है? Positive or Negative
जिस तरह सफेद रंग का चश्मा पहनने पर हमें सब कुछ सफेद और काले रंग का चश्मा पहनने पर हमें सब कुछ काला ही दिखाई देता है उसी प्रकार नेगेटिव सोच से हमें अपने चारों ओर निराशा, दुःख और असंतोष ही दिखाई देगा और पॉजिटिव सोच से हमें आशा, खुशियाँ एंव संतोष ही नजर आएगा| यह हम पर निर्भर करता है कि सकारात्मक चश्मे से इस दुनिया को देखते है या नकारात्मक चश्मे से| अगर हमने पॉजिटिव चश्मा पहना है तो हमें हर व्यक्ति अच्छा लगेगा हम प्रत्येक व्यक्ति में कोई न कोई खूबी ढूँढ ही लेंगे लेकिन अगर हमने नकारात्मक चश्मा पहना है तो हम बुराइयाँ खोजने वाले कीड़े बन जाएंगे|
1.positivity से हम 1.negativity से हम अंधकार से प्रकाश अंधकार से धोर की ओर जाते है। अंधकार की ओर जाते
है।
2.positivity का 2.negativity का
मकसद मनुष्य को मकसद मनुष्य को
आगे बढ़ने की प्रेरणा उसके सवालो मे ही
देने का है। उलझा कर रखने का
है।
3.positivity से 3. negativity से
हमारा मन हमारे हमारा मन हमारे
बश मे रहता है। बश मे नही रहता है।
4. positivity मे 4. negativity मे
मनुष्य जीतने के मनुष्य जीत की ओर
लिए अपने मन ओर बढ़ता हुआ अपने निर्णय
तन से बहुत मेहनत ही नहीं ले पाता ओर
करता है। अतः मे हार जाता है।
5. positivity हमारे 5. negativity हमारे
जीवन मे स्थिरता ओर जीवन मे अस्थिरता
खुशियाँ लाता है। ओर दुख लाता है।
6. यह मनुष्य के 6. यह मनुष्य के
आत्मविश्वास को आत्मविश्वास को
बढाता है। कमजोर करता है।
7. यह मनुष्य को 7. यह मनुष्य को
आत्मनिर्भर रहना दुसरो पर निर्भर
सीखाता है। रहना सीखाता है।
8.नीरतर जीतने 8. नीरतर जीत ओर
की ओर कदम हार का निर्णय ही
बढाना positivity नहीं ले पाना
है। negativity है।
9. positivity मे 9. negativity मे
आप जीत भी सकते आप सिर्फ हार ही
हो ओर नही भी। सकते है।
10.इस से हमारे 10. इस से हमारे
अंदर जीत की अंदर निराशा ही
आशा बनीं रहती है। रहती है।
11.Examples 11. Examples
मै कार चलाना नहीं मै कार चलाना नहीं
जानता पर मैं कार जानता इसलिए मै
चलाना सिखुगा सिखुगा भी नही
(positivity) । इस (negativity)। इस
से आप कार चलाना से आप कार चलाना
सीख भी सकते हैं कभी भी नहीं सीख
ओर नहीं भी। सकते ।
12. Examples 12. Examples
मुझे math मुझे math
formulas learn formulas learn
नहीं होते पर मै learn नही होते इसलिए मैं
करूँगा(positivity) learn भी नहीं करूंगा
इस से आप math (negativity) इस से
formulas learn आप math formulas कर भी सकते हो कभी भी नहीं learn
ओर नही भी। कर सकते।
गुलाब के फूल को काँटों से घिरा देखकर नकारात्मक सोच वाला व्यक्ति सोचता है की “इस फूल की इतनी खूबसूरती का क्या फ़ायदा इतना सुंदर होने पर भी ये काँटों से घिरा है ” जबकि उसी फूल को देखकर सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति बोलता है की “वाह! प्रकर्ति का कितना सुंदर कार्य है कि इतने काँटों के बीच भी इतना सुंदर फूल खिला दिया” बात एक ही है लेकिन फ़र्क है केवल सोच का|
तो मित्रों, अपनी सोच को सकारात्मक और बड़ा बनाइए तभी हम अपने जीवन में कुछ कर सकते हैं|
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