Tuesday, December 8, 2015

Difference between positivity and negativity

कौनसे रंग का चश्मा पहना है? Positive or Negative

जिस तरह  सफेद रंग का चश्मा पहनने पर हमें सब कुछ सफेद और काले रंग का चश्मा पहनने पर हमें सब कुछ काला ही दिखाई देता है उसी प्रकार नेगेटिव सोच से हमें अपने चारों ओर निराशा, दुःख और असंतोष ही दिखाई देगा और पॉजिटिव सोच से हमें आशा, खुशियाँ एंव संतोष ही नजर आएगा| यह हम पर निर्भर करता है कि सकारात्मक चश्मे से इस दुनिया को देखते है या नकारात्मक चश्मे से| अगर हमने पॉजिटिव चश्मा पहना है तो हमें हर व्यक्ति अच्छा लगेगा  हम प्रत्येक व्यक्ति में कोई न कोई खूबी ढूँढ ही लेंगे लेकिन अगर हमने नकारात्मक चश्मा पहना है तो हम बुराइयाँ खोजने वाले कीड़े बन जाएंगे|

1.positivity से हम    1.negativity से  हम   अंधकार से प्रकाश         अंधकार से धोर         की ओर जाते है।           अंधकार  की ओर जाते
                                   है।
2.positivity का       2.negativity का   
मकसद मनुष्य को          मकसद मनुष्य को
आगे बढ़ने की प्रेरणा       उसके सवालो मे ही
देने का है।                     उलझा कर रखने का
                                    है।
3.positivity से        3. negativity से
हमारा मन हमारे              हमारा मन हमारे
बश मे रहता है।             बश मे नही रहता है।
4. positivity मे       4. negativity मे
मनुष्य जीतने के             मनुष्य जीत की ओर
लिए अपने मन ओर      बढ़ता हुआ अपने निर्णय
तन से बहुत मेहनत        ही नहीं ले पाता ओर
करता है।                     अतः मे हार जाता है।
5. positivity हमारे    5. negativity हमारे
जीवन मे स्थिरता ओर       जीवन मे अस्थिरता
खुशियाँ लाता है।             ओर दुख  लाता है।
6. यह मनुष्य के          6. यह मनुष्य के
आत्मविश्वास को              आत्मविश्वास को
बढाता है।                       कमजोर करता  है।
7. यह मनुष्य को          7. यह मनुष्य को
आत्मनिर्भर रहना              दुसरो पर निर्भर
सीखाता है।                     रहना सीखाता है।
8.नीरतर जीतने            8. नीरतर जीत ओर
की ओर कदम                  हार का निर्णय ही 
बढाना positivity           नहीं ले पाना
है।                                negativity है।
9. positivity मे          9. negativity मे  
आप जीत भी सकते       आप सिर्फ हार ही
हो ओर नही भी।           सकते है।
10.इस से हमारे            10. इस से हमारे
अंदर जीत की                   अंदर निराशा ही
आशा बनीं रहती है।           रहती है।
11.Examples           11. Examples
मै कार चलाना नहीं           मै कार चलाना नहीं
जानता पर मैं कार            जानता इसलिए मै
चलाना सिखुगा               सिखुगा भी नही
(positivity) । इस        (negativity)।  इस
से आप कार  चलाना        से आप कार  चलाना
सीख भी सकते हैं            कभी भी नहीं सीख
ओर नहीं भी।                 सकते ।
12. Examples           12. Examples
मुझे math                   मुझे math
formulas learn          formulas learn
नहीं होते पर मै learn        नही होते इसलिए मैं
करूँगा(positivity)       learn भी नहीं करूंगा
इस से आप math          (negativity) इस से
formulas learn       आप math formulas कर भी सकते हो            कभी भी नहीं  learn
ओर नही भी।                कर सकते।

गुलाब के फूल को काँटों से घिरा देखकर नकारात्मक सोच वाला व्यक्ति सोचता है की “इस फूल की इतनी खूबसूरती का क्या फ़ायदा इतना सुंदर होने पर भी ये काँटों से घिरा है ” जबकि उसी फूल को देखकर सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति बोलता है की “वाह! प्रकर्ति का कितना सुंदर कार्य है कि इतने काँटों के बीच भी इतना सुंदर फूल खिला दिया” बात एक ही है लेकिन फ़र्क है केवल सोच का|

तो मित्रों, अपनी सोच को सकारात्मक और बड़ा बनाइए तभी हम अपने जीवन में कुछ कर सकते हैं|

No comments:

Post a Comment